रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जैन समाज की आस्था, परंपरा और धार्मिक मूल्यों को चोट पहुँचाने वाला एक अत्यंत गम्भीर मामला सामने आया है। पचपेड़ी नाका स्थित “जैन गर्ल्स हॉस्टल” के पास लगे एक सामान्य बोर्ड की तस्वीर को एडिट कर उसमें ‘Non Veg Available’ जैसे आपत्तिजनक और झूठे शब्द जोड़कर सोशल मीडिया पर जानबूझकर वायरल किया गया। यह कृत्य न केवल निंदनीय है, बल्कि सुनियोजित सामाजिक और धार्मिक विद्वेष फैलाने का प्रयास है।
वास्तविकता क्या है?
यह स्पष्ट किया जाता है कि जिस बोर्ड की फोटो वायरल की गई है, वह हॉस्टल के पास तो लगा है, पर उसमें मांसाहार का कोई उल्लेख नहीं था। किसी शरारती तत्व ने उस बोर्ड की तस्वीर को डिजिटली एडिट कर, जैन समाज की भावनाओं को ठेस पहुँचाने और हॉस्टल संचालक श्री नरेंद्र जी दुग्गड़ की छवि धूमिल करने की कोशिश की है।
प्रवीण प्रकाशचंद सिंघी जी से हुई वार्ता:
इस विषय में मेरी श्री प्रवीण प्रकाशचंद सिंघी जी से भी विस्तृत वार्ता हुई, जिन्होंने पूरी घटना की पृष्ठभूमि और तथ्य हमें बताए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह एक पूर्व-नियोजित षड्यंत्र है और इसका उद्देश्य केवल श्री दुग्गड़ जी नहीं, बल्कि सम्पूर्ण जैन समाज को अपमानित करना है।
छत्तीसगढ़ सरकार एवं प्रशासन से माँग:
मैं, नितिन जैन (संयोजक, श्री पार्श्व पद्मावती धाम, पलवल), छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, गृह मंत्री, रायपुर जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं साइबर क्राइम शाखा से निम्नलिखित कठोर एवं त्वरित कार्रवाई की माँग करता हूँ:
1. फोटो को एडिट कर फैलाने वाले अपराधियों की तुरंत पहचान कर उनकी गिरफ्तारी की जाए।
2. पूरे मामले की डिजिटल फोरेंसिक, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से निर्दोषों को न्याय और दोषियों को दंड मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।
3. जैन समाज के स्थलों की सुरक्षा, निगरानी और धार्मिक प्रतिष्ठानों के मान-सम्मान की रक्षा हेतु स्थायी तंत्र विकसित किया जाए।
4. इस कृत्य को आईटी एक्ट, IPC की धारा 295A (धार्मिक भावना भड़काना), 469 (झूठा दस्तावेज़ बनाना), 500 (मानहानि) और अन्य संबंधित धाराओं के अंतर्गत दर्ज कर उदाहरणात्मक सज़ा दी जाए।
जैन समाज की चेतावनी और एकजुटता का आह्वान:
हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि जैन समाज शांतिप्रिय अवश्य है, लेकिन अपनी आस्था, मर्यादा और संस्कृति पर हमला बर्दाश्त नहीं करेगा। यह घटना केवल एक फोटो का मामला नहीं, बल्कि जैन धर्म की पवित्रता पर सुनियोजित हमला है।
मैं समस्त भारतवर्ष के जैन समाज, विशेषकर युवा वर्ग से आह्वान करता हूँ कि:
• सोशल मीडिया पर #JainSamajKiGarima, #JusticeForJainHostel जैसे हैशटैग के साथ इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाएँ।
• संबंधित अधिकारियों को ईमेल, ज्ञापन और अन्य विधिक साधनों द्वारा दबाव बनाएँ।
• श्री नरेंद्र जी दुग्गड़ के साथ हर मोर्चे पर खड़े रहें और इस अन्याय के विरुद्ध संगठित विरोध दर्ज कराएँ।
यह अपराध यदि आज अनदेखा किया गया, तो कल यह चलन बन जाएगा — और अगला निशाना कोई भी धार्मिक संस्थान बन सकता है।
श्री दुग्गड़ जी ने इस विषय में साइबर थाने में विधिवत शिकायत दर्ज कराई है। अब जिम्मेदारी प्रशासन की है कि वह समाज में विश्वास बहाल करे और दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करे।
सम्पर्क:
नितिन जैन
संयोजक, श्री पार्श्व पद्मावती धाम, पलवल
मो.: 9215635871