भरत शर्मा की रिपोर्ट
रतलाम, 6 जून। पिता के साथ लाइट फिटिंग का काम करने वाले अरुण की हत्या के आरोपी उत्तम को पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की वजह उत्तम की महिला मित्र को अरुण ने फोन लगाकर बात की थी, इसी से खफा था। गुस्से में आकर अरुण पर चाकू से कई वार कर दिए। अगले दिन सुबह अरुण का खाली प्लाट पर शव मिला था। घटना की गंभीरता के मध्य नजर टीम का गठन किया गया और आरोपी की तलाश मैं कई जगह तलाशी की गई।
शुक्रवार को सुबह पुलिस कंट्रोल रूम पर हुई प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि 29 में को सुबह 8:00 बजे सूचना पर कालिका माता मंदिर क्षेत्र में पुलिस पहुंची जहां पर खाली प्लाट में शव पड़ा हुआ था जिसकी पहचान अरुण पिता मनोहर लाल असावरा (21) निवासी रत्नेश्वर रोड रतलाम के रूप में हुई। हत्या के संबंध में अपराध क्रमांक 459/25 धारा 103(1) BNS के अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया
किया टीम का गठन
घटना की गंभीरता के दृष्टिगत आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी स्टेशन रोड निरीक्षक स्वराज डाबी के नेतृत्व में टीम घटित की गई।
उत्तम की तलाश में पहुंचे उज्जैन, महिला मित्र से भी की बात
सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य जानकारी के अनुसार अरुण के मित्र उत्तम की तलाश में उज्जैन भी पहुंचे। महिला मित्र से भी बात की गई। उत्तम वहां पर नहीं मिला। इसके पश्चात मिली सूचना के आधार पर भोपाल में दबिश दी गई। जहां से उत्तम सोलंकी पिता लक्ष्मण सोलंकी उम्र 20 साल निवासी बागपुर, सिन्धी कालोनी के सामने उज्जैन। स्थाई पता 69, खातीपुरा, थाना स्टेशन रोड़, रतलाम को गिरफ्तार किया गया।
पहले पी शराब, महिला मित्र से फोन करने पर आ गया गुस्सा
पूछताछ में उत्तम ने बताया कि 28 मई की रात को मैं और अरुण असावरा (21) पिता मनोहर असावरा दोनों साथ में ही थे। डोसीगांव तरफ रात को हमने शराब भी पी। वहां से फिर अरुण की ही बाइक पर हम दोनों श्री कालिका माता क्षेत्र में आ गए। यहां पर उसने मेरी महिला मित्र को फोन लगाकर बात की। इस बात से मुझे गुस्सा आ गया। हम दोनों में विवाद हुआ और विवाद इतना बढ़ गया कि मैंने अरुण पर चाकू से कई कर दिए। वह जान बचाकर भाग गया। मैं उसकी मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गया।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक स्वराज डाबी थाना प्रभारी स्टेशन रोड और उनकी टीम के उप निरीक्षक राजू मखोड़, कन्हैया अवास्या, प्रधान आरक्षक नरेन्द्र चावड़ा, मनोज पाण्डे, सायबर सेल रतलाम मनमोहन शर्मा, आरक्षक विपुल भावसार की सराहनीय भूमिका रही।