भरत शर्मा की रिपोर्ट
विद्यार्थियों को घटिया भोजन खिलाने का भी आरोप
रतलाम –प्रदेश और देश के बड़े बड़े नेता जब शिक्षा पर बात करे तो उन्हें रतलाम जिले के सरकारी स्कूलों का निरीक्षण करवाना चाहिए, अगर वह नेता इन स्कूल की हालत देखेंगे तो वह अपने पद की गरिमा पर भी रो पड़ेंगे , एक ऐसा ही मामला रतलाम जिले के सरकारी स्कूलों से जुड़ा हुआ मामला कलेक्ट्रेट में आयोजित जन सुनवाई में आया है , जहां सरकारी स्कूलों की जर्जर हालत में पढ़ने को मजबूर बच्चे है , जिनकी सुनवाई के लिए गांव पंचायत से लेकर प्रशासन के आला अधिकारी भी आगे नहीं आ रहे है , कई बार आवेदन कर निवेदन के बाद भी सिर्फ खाना पूर्ति की लेन देन वाली बात सामने आती प्रतीत होती दिख रही है , पढ़ने वाले बच्चों को घटिया खान परोसना भी अपराध ओर भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है , जो कि खुले आम ग्राम पंचायत सनावदा के सिरुखेड़ी में चल रहा है किंतु शासन प्रशासन ने मौन व्रत शरण करे हुए बैठा है
प्राप्त जानकारी अनुसार यह मामला ग्राम पंचायत सनावदा के गांव सिरुखेड़ी का है जहां के ग्रामीणों ने जनसुनवाई में आवेदन देकर बताया कि गांव के सरकारी स्कूलों के भवन की हालत जर्जर हो चुकी है , कक्षाओं में बारिश का पानी आ रहा है , शौचालय की हालत भी जर्जर हो चुकी है
घटिया भोजन खिलाने का आरोप , रसोईयों ने ग्रामीणों को झूठे आरोप में शिकायत के लिए धमकाया
जब ग्रामीण ने स्कूल के बच्चों के लिए बन रहे भोजन की गुणवत्ता पर आपत्ति ली तो वह मौजूद भ्रष्ट रसाइयों ने ग्रामीणों को झूठे मुकदमे में फंसाने के लिए धमकाया गया , जिस पर ग्रामीणों ने जनसुनवाई में शिकायत की है *विद्या के मंदिरों की ऐसी हालत शिक्षा के अफसर ओर मंत्री के पद की गरिमा पर थू थू करता है , जिस देश में भ्रष्ट अफ़सर ओर नेताओं को सर्व सुविधा दी जाती है और विद्यार्थियों को खंडहरों में पढ़ने के लिए भेजा जाता है , ओर जब बात शिक्षा के स्तर की की जाती है तो भर भर कर नेता फेक फाक करते है
