भरत शर्मा की रिपोर्ट
रतलाम/सरदारपुर विधायक एवं कांग्रेस की ओर से रतलाम जिले के प्रभारी प्रताप ग्रेवाल ने प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन को पत्र लिखकर रतलाम में अमृत मिशन एक तथा अमृत मिशन दो के तहत सीवरेज की जानकारी मांगी ।
प्रताप ग्रेवाल ने पूछा कि अमृत मिशन एक के तहत सीवरेज में रतलाम नगर निगम में कितने मकान को फ्रंटलाइन तथा कितने मकान को बेकलाइन से जोड़ा गया एवं उसके लिए ठेकेदार को कितना भुगतान किया गया तथा कितना अनुदान दिया गया । अमृत मिशन दो में कितने मकान को फ्रंट लाइन से तथा कितने मकान को बेक लाइन से जोड़ना है , तथा उसके लिए कितना अनुदान दिया जाएगा ।
प्रताप ग्रेवाल ने यह जानना भी चाहा कि अमृत योजना एक के तहत सीवरेज योजना में कितने एसटीपी बनाना थे , कितने बनाए गए हैं । तथा उनमें कितना कितना सीवरेज का पानी शुद्ध किया जा रहा है ।
रखरखाव के लिए ठेकेदार द्वारा किस-किस प्रकार की कितनी मशीनो का उपयोग किया जा रहा है तथा वह नगर निगम रतलाम के कौन-कौन से वाहन का उपयोग किन शर्तों के साथ कर रहा है ।
उल्लेखनीय हैं की अमृत मिशन एक की सीवरेज योजना के तहत 53235 मकान के लिए ₹127 करोड़ की निविदा स्वीकृत की गई थी एवं ठेकेदार को इस कार्य के लिए 90% का अनुदान वायबिलिटी गेप फंड के तहत दिया जाना था । तथा कार्य को डेढ़ वर्ष की अवधि में पूर्ण करना था । जो 5 से 6 वर्ष की अवधि में पूरा हुआ ।
अमृत मिशन एक में मकान के सीवर को इनफ्लो से जोड़ना था , लेकिन ठेकेदार ने उसे आउटफ्लो से जोड़कर मात्र दो फीट पाइप के लिए ₹3000 प्रति मकान के हिसाब से 18 करोड़ का भुगतान प्राप्त किया । इसके अलावा मकानो को बेकलाइन से जोड़ने के नाम पर 8 करोड़ का अतिरिक्त भुगतान भी प्राप्त किया ।53235 मकान को सीवर लाइन से जोड़ने की योजना के बाद अमृत मिशन दो के तहत लगभग 70 करोड़ की योजना को पुनः स्वीकृति दी गई , जिसमें शेष मकान को भी सीवर लाइन से जोड़ने का कहा गया है । जबकि प्रारंभिक डीपीआर अनुसार रतलाम में सीवर लाइन से जोड़ने वाले मात्र 53235 मकान ही है ।
उल्लेखनीय है की रतलाम की सीवरेज योजना बुरी तरह फ्लॉप हो गई है , और आधे से ज्यादा मकानों ने सीवर लाइन के कनेक्टिंग पाइप को तोड़कर उसे नालियों में छोड़ दिया है तथा कई मकानों में ठेकेदार ने सीधे ही मकान के सेफ्टी टैंक के पाइप को नाली में छोड़ दिया है ।
प्रमुख सचिव नगरीय निकाय ने विधायक प्रताप ग्रेवाल के पत्र को आयुक्त नगर निगम रतलाम को भेज कर माननीय विधायक जी के पत्र का जवाब दिये जाने के निर्देश दिए ।