भरत शर्मा की रिपोर्ट
आमतौर पर डॉक्टरों के बीच सौहार्द रहता है किंतु मेडिकल कॉलेज में ऐसा नहीं है। यहां ऑपरेशन थिएटर का झगड़ा चल रहा है और इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।इसका ताजा उदाहरण बुधवार को उस समय आया जब 10 साल के गंगासागर कॉलोनी निवासी राजेश पिता घनश्याम एक बच्चे के हाथ का ऑपरेशन किया जाना था। लंबी सूची होने से डॉक्टर तो तैयार थे किंतु ओटी में जगह नहीं मिलने से उन्होंने ईएंडटी विभाग की ओटी का उपयोग करना चाहा तो विभाग के हेड ने ओटी देने से ही मना कर दिया। दोपहर बाद तक बच्चे का ऑपरेशन नहीं हो सका। बच्चा और उसकी मां ओटी के बाहर दोपहर तक परेशान होते रहे।
दोपहर बाद सर्जरी ओटी
मेडिकल कॉलेज सूत्र बताते हैं कि ईएंडटी ओटी से मना होने के बाद बच्चे राजेश का ऑपरेशन टालने की नौबत आ गई थी। अस्पताल प्रबंधन को जैसे ही यह जानकारी मिली कि बात मीडिया तक पहुंच गई है तो उन्होंने इस मामले को दबाने के लिए दोपहर 3 बजे बाद सर्जरी की ओटी देने का फैसला किया और इसमें बच्चे का ऑपरेशन किया गया।
मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डा़ प्रदीप ने कहा कि आर्थोपेडिक की ओटी में ज्यादा केस होने से एक बच्चे का इमरजेंसी में ऑपरेशन करना था। ओटी नहीं मिलने से दिक्कत आई थी। बाद में सर्जरी की ओटी दिलवाकर ऑपरेशन करवा दिया है।