बलरामपुर। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में हर बच्चा पढ़ाई करने के उद्देश्य से ही जाता है, लेकिन अगर किताब-कॉपी की जगह नन्हे-मुन्ने बच्चों को खाना बनाने के काम में लगा दिया जाएगा तो उनकी पढ़ाई पर क्या असर पड़ेगा, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला प्रदेश के बलरामपुर जिले से सामने आया है। जहां एक सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाई कराने की बजाय उन्हें मिड-डे-मील बनाने का काम कराया जा रहा है।
स्कूल में बच्चों से कराया जा रहा काम, पढ़ाई की जगह सब्जी काटती दिखीं छात्राएं
Recent Post
Recent Posts
- Ratlam News/रीजनल इंडस्ट्री स्कील एंड एम्प्लायमेंट कांक्लेव का शुभारंभ कल करेंगे मुख्यमंत्री मोहन यादव : ख्यात उद्योगपति तथा निवेशक रहेंगे मौजूद,आयोजन तैयारियां पूर्ण
- रायपुर : बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान हेतु उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर टोल फ्री नम्बर 1800-233-1905 हेल्पलाइन जारी, चौबीसों घण्टे कार्यरत रहेगा
- Ratlam News/शहर और ग्रामीण महिला कांग्रेस की संयुक्त बैठक संपन्न:महिला कांग्रेस का उद्देश्य महिलाओं की भागीदारी को संगठन में बढ़ावा देना – चूरू सांसद कासवान
- रेलवे की काना फुसी ; विजिलेंस से आए भैया ‘ आशिक आवारा’ जी की सेवा करने वाले को आराम,बाकी की नींद हराम।
- रतलाम/आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर पत्रकारवार्ता का आयोजन ; भाजपा युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए मना रही काला दिवस – राज्यसभा सांसद श्री गुर्जर