इंफाल , मणिपुर में जातीय हिंसा के 600 दिन रविवार को पूरे हो जाएंगे। इन 600 दिनों में पहली बार ऐसा हुआ है, जब लगातार एक महीने से राज्य में हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। छिटपुट प्रदर्शन के लिए भी मैतेई-कुकी समुदायों की महिलाएं सड़कों पर नहीं उतरी हैं।
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सरकारी दफ्तर नियमित रूप से खुल रहे हैं और स्कूल में बच्चों की तादाद भी दिखने लगी है। इसकी वजह यहां चल रहा सेना का कश्मीर जैसा ऑपरेशन ‘क्लीन’ है।
दरअसल, कश्मीर में सेना जहां भी सर्च ऑपरेशन चलाती है वहां, पूरे इलाके को आतंक से क्लीन करने के बाद ही वहां की सामाजिक गतिविधियों को पटरी पर लाने का काम होता है। मणिपुर में भी कुछ ऐसा ही ऑपरेशन हो रहा है।