सूरजपुर। सड़क दुर्घटनाएं ज्यादातर लापरवाही की वजह से होती हैं और इनमें से अधिकांश को टाला जा सकता है। नियमों का पालन ही सबसे बड़ा जीवन रक्षक है। यह बात सूरजपुर के डीआईजी एवं एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने सोमवार, 01 दिसंबर 2025 को प्रेमनगर थाना परिसर में आयोजित ‘सुगम सफर अभियान’ के दौरान कही।
एसएसपी श्री ठाकुर ने कहा, “सड़क सुरक्षा कोई वैकल्पिक विषय नहीं, बल्कि जीवित रहने का बुनियादी कौशल है। तेज रफ्तार, शराब पीकर वाहन चलाना और नियमों की अनदेखी हर साल हजारों परिवारों को उजाड़ देती है। इन सबको रोका जा सकता है, बस इसके लिए सामूहिक जिम्मेदारी चाहिए।”
#### पंचायतें बनेंगी जागरूकता का केंद्र
कार्यक्रम में सबसे महत्वपूर्ण फैसला यह लिया गया कि अब सड़क सुरक्षा और साइबर अपराध जागरूकता को गांव-गांव तक ले जाया जाएगा। सभी सरपंच, उपसरपंच, ग्राम सचिव, कोटवार, डीडीसी-बीडीसी सदस्य और जनप्रतिनिधि अपने-अपने पंचायत क्षेत्र में नियमित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसके साथ ही नशा मुक्ति का संदेश भी घर-घर पहुंचाया जाएगा।
साइबर ठगी से बचाव का मंत्र
एसएसपी ने साइबर अपराधों पर भी चिंता जताई और स्पष्ट संदेश दिया –
– किसी को भी OTP न बताएं
– संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें
– लालच के झांसे में न आएं
उन्होंने कहा, “जैसे हेलमेट और सीट बेल्ट सड़क पर जान बचाते हैं, वैसे ही सतर्कता डिजिटल दुनिया में बचाती है।”
कार्यक्रम में एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, थाना प्रभारी विराट बिशी, जनपद अध्यक्ष तुलेश्वर सिरदार, नगर पंचायत अध्यक्ष सुखमनिया जगते, जिला पंचायत सदस्य नयन विजय सिरदार, सरपंच संघ अध्यक्ष प्रभु श्याम सहित 20 से अधिक गांवों के सरपंच, सचिव, स्कूली बच्चे और सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
सूरजपुर पुलिस का यह अभियान अब सिर्फ शहर या थाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर पंचायत में सड़क सुरक्षा और साइबर जागरूकता की नई अलख जगाने जा रहा है।
