सुरक्षाबलों की गोली से एक प्रदर्शनकारी की मौत

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इंफाल ,मणिपुर में शनिवार रात भड़की हिंसा के बाद स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है। जिरिबाम जिले में रविवार को एक मैतेई प्रदर्शनकारी की पुलिस की गोली से मौत हो गई। राज्य में दो दिन के लिए स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।

इस बीच, असम में एक महिला और बच्चे का शव मिला है। दोनों बॉडी कछार जिले में मिली हैं। गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को राज्य के सुरक्षा हालात का रिव्यू करेंगे। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) मणिपुर हिंसा से जुड़े 3 मामलों की जांच करेगी।

मणिपुर में लोगों ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और 13 विधायकों के घरों पर हमला किया था। आगजनी भी की गई थी। मणिपुर में 3 महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिलने के बाद से प्रदर्शन जारी है।

हिंसा को देखते हुए इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट में कर्फ्यू लगाया गया है। 7 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। CRPF प्रमुख अनीश दयाल को हालात का जायजा लेने के लिए भेजा गया है।

मणिपुर की भाजपा सरकार में शामिल नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने रविवार को समर्थन वापस ले लिया। 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में NPP के 7 सदस्य हैं, जो भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे थे। भाजपा के पास 32 सदस्य हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 31 हैं। ऐसे में सरकार को फिलहाल खतरा नहीं है।

मणिपुर सरकार ने केंद्र से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (AFSPA) वापस लेने को कहा है। हिंसा के कारण केंद्र सरकार ने 14 नवंबर को इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, जिरीबाम, कांगपोकपी और बिष्णुपुर जिलों के सेकमाई, लामसांग, लामलाई, जिरीबाम, लीमाखोंग और मोइरांग पुलिस थाना इलाकों में AFSPA लगाया था।