MP News ; मंदसौर में करणी सेना प्रशासनिक दबाव में नहीं झुकी, होटल से हटकर सड़क पर हुई पत्रकार वार्ता : कल होगा शेरपुर के नेतृत्व में SP कार्यालय का घेराव और आमरण अनशन

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भरत शर्मा की रिपोर्ट

मंदसौर।करणी सेना परिवार द्वारा मंदसौर में एक महत्वपूर्ण पत्रकार वार्ता आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश संगठन मंत्री शैलेन्द्र सिंह झाला ने प्रेस के माध्यम से गंभीर आरोपों और आगामी रणनीति की जानकारी दी।

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ये पत्रकार वार्ता का आयोजन पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार होटल रितुवन, मंदसौर में किया जाना था। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से प्रशासन द्वारा होटल प्रबंधन पर दबाव बनाकर आयोजन को रोकने का प्रयास किया गया। होटल व्यवसायी को प्रशासनिक डर दिखाकर पत्रकार वार्ता करने से मना करवा दिया गया।

इस घटना की करणी सेना परिवार ने कड़ी निंदा की और स्पष्ट रूप से कहा कि “हम सच्चाई के लिए लड़ रहे हैं, चाहे स्थान होटल हो या सड़क – आवाज़ अब नहीं रुकेगी।” इसके बाद संगठन ने सड़क पर ही पत्रकार वार्ता आयोजित की, जहाँ बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित रहे।

आरोप: “सरकार के इशारे पर फर्जी मुकदमे”

पत्रकारों को संबोधित करते हुए शैलेन्द्र सिंह झाला ने बताया कि करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर पर भावगढ़ थाने में लगातार फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। ये मुकदमे प्रशासन और सत्ता से जुड़े कुछ विशेष लोगों के इशारे पर दर्ज करवाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इससे पहले भी एक झूठा मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसकी सभी तथ्यात्मक जानकारी और दस्तावेज पुलिस अधीक्षक मंदसौर को सौंपे गए थे। उन दस्तावेजों में यह स्पष्ट था कि श्री शेरपुर का उस मामले से कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं था। बावजूद इसके, प्रशासन ने कोई न्यायोचित कार्यवाही नहीं की और अब एक बार फिर ऐसा ही कृत्य दोहराया गया है।

श्री झाला ने कहा, “यह लड़ाई अब केवल जीवन सिंह शेरपुर की नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की है जो अन्याय के खिलाफ बोलता है।” उन्होंने दो टूक कहा कि करणी सेना डरने वाली नहीं है, अब यह संघर्ष निर्णायक मोड़ पर पहुँच चुका है।

5 जुलाई को घेराव और आमरण अनशन की चेतावनी – करणी सेना परिवार ने घोषणा की है कि दिनांक: 05 जुलाई 2025 को दोपहर 12:00 बजे SP कार्यालय, मंदसौर का करणी सेना परिवार, सर्व समाज के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर SP कार्यालय का घेराव करेगा। उक्त आयोजन में प्रदेश सहित देश के कई साथी बड़ी संख्या में सम्मिलित रहेंगे।

अगर प्रशासन ने उक्त फर्जी मामले से श्री जीवन सिंह शेरपुर का नाम वापस नहीं लिया, तो वहीं आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।

संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण, लेकिन साहसिक और निर्णायक होगा।

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