

रतलाम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के रतलाम दौरे से ठीक पहले शनिवार को शहर में सियासी माहौल गरमा गया। काली पट्टी बांधकर ज्ञापन देने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने रोक लिया, जिससे पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प की स्थिति बन गई। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस वाहनों में बैठा दिया।
कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री के विरोध में काली पट्टी बांधकर ज्ञापन सौंपने के उद्देश्य से शहर सराय क्षेत्र में एकत्रित हुए थे। इसकी भनक लगते ही प्रशासन सक्रिय हो गया। मौके पर सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी सत्येंद्र रघुवंशी एवं डीडी नगर थाना प्रभारी अनुराग यादव भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और कांग्रेस नेताओं से चर्चा की। इसके बावजूद पुलिस ने नेताओं को नित्यानंद मार्केट क्षेत्र में ही रोक दिया।
दोपहर लगभग 3:30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष शांतिलाल वर्मा, पूर्व विधायक पारस सकलेचा, यास्मीन शेरनी, राजीव रावत, महेंद्र कटारिया, कमरुद्दीन कचवाया, शैलेन्द्र सिंह अठाना के नेतृत्व में कांग्रेस नेता काली पट्टी बांधकर आगे बढ़े। पुलिस द्वारा आगे जाने से रोके जाने पर दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की हुई, जिससे मौके पर तनाव की स्थिति बन गई।
स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कांग्रेस नेताओं को जबरन पकड़कर पुलिस बस में बैठा लिया। इसी दौरान कुछ कांग्रेस नेता नारेबाजी करते हुए सैलाना ओवरब्रिज की ओर बढ़ गए, जहां पुलिस ने उन्हें वहीं रोककर पुलिस वाहन में बैठाया और थाने ले जाया गया।
घटना के दौरान कांग्रेस नेताओं ने राज्य सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पूरे घटनाक्रम के दौरान शहर में भारी पुलिस बल तैनात रहा और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सतर्कता बरती गई।

