एसीबी अंबिकापुर की बड़ी कार्रवाई: 40 हजार की रिश्वत लेते सहकारी निरीक्षक गिरफ्तार
सूरजपुर।
जिले में सहकारी संस्थाओं से जुड़े भ्रष्टाचार पर आखिरकार एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की सख्त कार्रवाई देखने को मिली है। उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं कार्यालय सूरजपुर में लंबे समय से फल-फूल रहे भ्रष्टाचार के एक और मामले का पर्दाफाश करते हुए एसीबी अंबिकापुर ने सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला प्रतापपुर अंतर्गत ग्राम करसी निवासी शुभम जायसवाल ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। शुभम ने मां समलेश्वरी बहुउद्देशीय कृषक उत्पादक सहकारी समिति, टुकुडांड में लेखपाल पद के लिए आवेदन किया था। 1 दिसंबर को पात्र सूची में नाम आने के बाद 5 दिसंबर को साक्षात्कार व लिखित परीक्षा में वह सफल हुआ, लेकिन नियुक्ति आदेश जारी करने के एवज में सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी ने उससे 1.50 लाख रुपये रिश्वत की मांग की।
शिकायतकर्ता द्वारा असमर्थता जताने पर सौदा 80 हजार रुपये में तय हुआ, जिसमें से 40 हजार रुपये पहली किस्त तत्काल देने का दबाव बनाया गया। आरोपी ने धमकी दी कि यदि 17 दिसंबर तक पूरी रकम नहीं दी गई तो किसी अन्य अभ्यर्थी को नियुक्ति दे दी जाएगी।
शिकायत की पुष्टि के बाद एसीबी अंबिकापुर की टीम ने जाल बिछाया। बुधवार रात करीब 8:25 बजे शुभम जायसवाल 40 हजार रुपये लेकर उप पंजीयक कार्यालय के कक्ष क्रमांक-1 पहुंचा। जैसे ही अभिषेक सोनी ने रिश्वत की रकम अपनी जैकेट की जेब में रखी और अगले दिन (18 दिसंबर) नियुक्ति आदेश देने का झांसा दिया, एसीबी टीम ने मौके पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में आरोपी सहकारी निरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 एवं 7(1) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर पूछताछ शुरू कर दी गई है।
एसीबी की इस कार्रवाई से उप पंजीयक कार्यालय सहित सहकारी विभाग में हड़कंप मच गया है।
