वर्ष 2016-17 से 2024-25 तक 56 हजार 700 से अधिक पक्के मकान का काम हुआ पूरा
सूरजपुर । ग्रामीण भारत के अधूरे सपनों को पक्की छत देने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में सूरजपुर जिला नया कीर्तिमान गढ़ चुका है। सरगुजा संभाग में सबसे तेज रफ्तार से दौड़ते हुए जिले ने 2016-17 से 2024-25 तक कुल 56 हजार 700 से अधिक पक्के आवासों का निर्माण पूरा कर लिया है। यह 78.49 प्रतिशत की उपलब्धि संभाग के किसी भी जिले के लिए मिसाल बन गई है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई वाली सरकार ने योजना को नई गति दी, जिसका फल यह है कि जरूरतमंद परिवारों का ‘घर का सपना’ हकीकत बन गया। जिले में 72 हजार 350 आवास स्वीकृत हैं जिसमें से 56 हज़ार 700 से अधिक मकान बन कर तैयार हो चुके है, जबकि बाकी का निर्माण भी जोर-शोर से चल रहा है। प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार किया है कि आने वाले महीनों में अधिकतम लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।
जिला पंचायत सीईओ के कुशल नेतृत्व में एक्टिव मोड में टीम
जिला प्रशासन की कड़ी निगरानी, जिला पंचायत सीईओ के सशक्त मार्गदर्शन और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की टीम भावना ने इस अभियान को पंख दिए। फील्ड विजिट, गुणवत्ता जांच और पूर्ण पारदर्शिता से हर कदम पर निगरानी रखी गई। अधिकारियों का कहना है कि यही ‘सतत प्रयास’ इस सफलता का मूल मंत्र है।
जिला नवीन पहल करते हुए, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् आवास हितग्राहियों को ऋण उपलब्ध कराते हुए, गुणवत्ता पूर्ण आवास पूर्ण कराए जा रहे है। इस पहल की सराहना राज्य स्तर से संचालित दीदी की गोठ कार्यक्रम में भी की जा चुकी है।
हितग्राहियों के चेहरे पर मुस्कान
गरीबी की मार झेल रहे उन परिवारों के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं, जिनके पास कभी अपना पक्का आशियाना नहीं था। आज सूरजपुर के कोने-कोने में खुशहाली की लहर दौड़ रही है। एक हितग्राही ने कहा, पहले झोपड़ी में गुजारा, अब पक्के घर में सांस ले रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार का आभारी हूं।
सबका साथ, सबका विकास’ का जीवंत प्रमाण
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के संकल्प को साकार कर रही है। यह न केवल ग्रामीणों को पक्की छत दे रही है, बल्कि समृद्ध भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित हो रही है। सूरजपुर की यह उपलब्धि अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बनेगी।
जिला पंचायत सीईओ ने बताया, हमारा लक्ष्य हर जरूरतमंद तक योजना पहुंचाना है। आने वाले समय में और तेजी लाएंगे। यह सफलता न सिर्फ आंकड़ों की जीत है, बल्कि लाखों दिलों की धड़कन है।
