सूरजपुर। जिला अस्पताल सूरजपुर में अव्यवस्थाओं और लगातार मिल रही शिकायतों पर कलेक्टर एस. जयवर्धन ने सख्त रुख अपनाते हुए बीती रात अचानक औचक निरीक्षण किया। बिना किसी पूर्व सूचना के पहुंचे कलेक्टर ने करीब एक घंटे तक वार्ड-दर-वार्ड घूमकर अस्पताल की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया।
जैसे ही कलेक्टर अस्पताल परिसर में पहुंचे, उन्होंने सीधे स्टाफ और मरीजों से बातचीत शुरू कर दी। मरीजों से साफ शब्दों में पूछा—
“दवा मिल रही है? इलाज में कोई दिक्कत? डॉक्टर समय पर आते हैं?”
अधिकतर मरीजों ने अपनी समस्याएँ खुलकर बताईं। कुछ ने दवाइयों की उपलब्धता तो कुछ ने साफ-सफाई और स्टाफ की मौजूदगी को लेकर शिकायतें दर्ज कराईं। कलेक्टर ने हर शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मौके पर ही सुधार के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान अस्पताल की साफ-सफाई, दवा वितरण व्यवस्था, नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति, आपातकालीन सेवाओं और वार्ड की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया गया।
एसडीएम को सख्त निर्देश — “हर व्यवस्था की रेगुलर मॉनिटरिंग सुनिश्चित हो।
निरीक्षण के दौरान मौजूद एसडीएम शिवानी जायसवाल को कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिया कि अस्पताल की हर व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग की जाए, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
उन्होंने कहा कि—
“शिकायतों को अब हल्के में लेने का समय खत्म। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
जनपद कार्यालय में एसआईआर डिजिटाइजेशन का निरीक्षण
अस्पताल निरीक्षण के बाद कलेक्टर एस. जयवर्धन जनपद कार्यालय सूरजपुर भी पहुंचे, जहाँ उन्होंने एसआईआर डिजिटाइजेशन कार्य की प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह कार्य पूरी पारदर्शिता, समयबद्धता और त्रुटिरहित प्रक्रिया के साथ पूरा किया जाए, क्योंकि यह जमीनी स्तर पर प्रशासनिक कार्यवाही की सुगमता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
