भरत शर्मा की रिपोर्ट
विद्यार्थियों की थी भोजन, पानी, सफाई, बिस्तर गणवेश, बिजली, पंखे सहित अन्य समस्या
रतलाम, 29 जुलाई आदिवासी विद्यार्थियों के छात्रावासों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही और मक्कारी जग जाहिर होने लगी है फिर भी नतीजा कुछ नहीं। इसी का खामियाजा मंगलवार को कलेक्टर को भुगतना पड़ा और कुर्सी छोड़कर विद्यार्थियों से मिलने दौड़ लगानी पड़ी
आदिवासी बहुल क्षेत्र सैलाना के एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल के विद्यार्थी गत वर्ष से जिम्मेदारों को समस्याएं बता रहे थे मगर उनकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा। मजबूर होकर दर्जनों विद्यार्थी सैलाना से पैदल मार्च करते हुए जिला मुख्यालय की ओर निकल पड़े। नारे लगा रहे थे “हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते, लड़ेंगे और जीतेंगे”।10वीं, 11वीं और 12वीं के तकरीबन 70 से 80 विद्यार्थी कलेक्टर से मिलने के लिए निकल पड़े थे। विद्यार्थियों में जोश, जुनून और उत्साह था कि आज तो वह समस्या का समाधान करवा कर ही रहेंगे
जब मीडिया के माध्यम से यह बात पता चली कि विद्यार्थी पैदल-पैदल कलेक्टर से मिलने आ रहे हैं तो कलेक्टर राजेश बाथम कुर्सी छोड़कर विद्यार्थियों से मिलने निकल पड़े। जिला मुख्यालय से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर रतलाम बांसवाड़ा मार्ग पर डेलनपुर के आगे कलेक्टर ने विद्यार्थियों से समस्याएं सुनी।
विद्यार्थियों ने बताया कि लाइट और पंखे की समस्या है। गणवेश की क्वालिटी घटिया है, थाली प्लेट नई नहीं मिलती। साफ सफाई नहीं है। बाथरूम के दरवाजे खराब है। जब कलेक्टर ने कहा कि पिछले साल भी आए थे मेरे पास। एसडीएम आए ना तुम्हारे यहां पर। तब विद्यार्थी ने कहा कि हां एसडीएम साहब आए थे मगर कुछ नहीं हुआ। जब भी प्रिंसिपल और छात्रावास अधीक्षक को बोलते हैं तो कहते हैं कि प्रक्रिया में चल रहा है पिछले 2 साल से यही सुनने को मिल रहा है। समस्याओं का असर अध्ययन पर हो रहा है।
दिया कलेक्टर ने आश्वासन
कलेक्टर ने सभी को आश्वासन दिया की समस्याओं का समाधान तत्काल किया जाएगा। कलेक्टर द्वारा विद्यार्थियों को बस के माध्यम से पुनः छात्रावास की ओर भेजा गया।
इसके पहले जब जिम्मेदारों को पता चला कि छात्रावास की समस्याओं को लेकर विद्यार्थी पैदल मार्च करते हुए निकल चुके हैं और कलेक्टर साहब आने वाले हैं। तब सैलाना एसडीएम, एसडीओपी, जनजाति विभाग की सहायक आयुक्त सहित सभी ने दौड़ लगाई। रोकना चाहा। मगर परेशान विद्यार्थियों ने उनकी एक नहीं सुनी। उनका लक्ष्य तो केवल और केवल कलेक्टर राजेश बाथम से मिलना ही था
विद्यार्थियों की समस्याएं सुनकर जांच कमेटी बनाई है। विद्यार्थियों की समस्या का समाधान शीघ्र होगा। कमेटी की रिपोर्ट के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।
राजेश बाथम, कलेक्टर, रतलाम