भरत शर्मा की रिपोर्ट
रतलाम, दिनांक 30 जुलाई 2025 सेवाभावी संगठन सेवावीर परिवार, रतलाम द्वारा बुधवार को जिला प्रशासन को एक अत्यंत महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें POP (प्लास्टर ऑफ पेरिस) से बनी गणेश मूर्तियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने तथा मिट्टी से निर्मित गणेश प्रतिमाओं को प्रोत्साहन देने की माँग की गई।
ज्ञापन देने हेतु सेवावीर परिवार के सभी प्रमुख सेवावीर कलेक्टर कार्यालय परिसर में एकत्रित हुए। वहां अपर कलेक्टर डॉक्टर शालिनी श्रीवास्तव स्वयं उपस्थित होकर उन्होंने यह आवेदन स्वीकार किया
सेवावीर परिवार को यह दिया आश्वासन
आपके इस जनहित याचिका को गंभीरता से लिया जाएगा और संबंधित उच्चाधिकारियों तक आपकी बात को पहुँचा कर, उचित निर्णय हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाएगी
सेवावीर परिवार का प्रयास – 7 वर्षों की सतत साधना
सेवावीर परिवार द्वारा पिछले 7 वर्षों से ‘मेरे घर आएंगे मिट्टी के गणेश’ अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप सैकड़ों परिवारों ने पर्यावरण-मित्र मूर्तियाँ अपने घरों में स्थापित की हैं, और अब तो कई सार्वजनिक पांडालों ने भी मिट्टी से निर्मित गणेश जी की स्थापना प्रारंभ कर दी है।
ज्ञापन की प्रमुख माँगें
रतलाम जिले में POP से बनी मूर्तियों पर पूर्ण प्रतिबंध।
स्थानीय मूर्तिकारों को मिट्टी की मूर्तियाँ बनाने हेतु प्रशिक्षण, सहयोग व विपणन सुविधा।
प्राकृतिक रंग, गोबर-मिट्टी एवं पारंपरिक साधनों को बढ़ावा।
शहरी व ग्रामीण कलाकारों हेतु स्टॉल, लोन व विक्रय सुविधा।
जन-जागरूकता हेतु जनसम्पर्क विभाग से व्यापक प्रचार-प्रसार।
सेवावीर परिवार का मानना है कि खंडवा जिला जैसे उदाहरण का अनुसरण कर रतलाम को भी पर्यावरणीय व सांस्कृतिक चेतना में अग्रणी बनाया जा सकता है। यह निर्णय प्रकृति-संरक्षण, धार्मिक शुद्धता, और स्थानीय रोजगार — तीनों क्षेत्रों में एक ऐतिहासिक योगदान सिद्ध होगा।
सेवावीर परिवार समस्त जनसमुदाय एवं जिला प्रशासन से यह अपील करता है कि गणेशोत्सव 2025 से ही इस दिशा में ठोस निर्णय लेकर रतलाम को POP-मुक्त तथा हरित-परंपरागत गणेशोत्सव की ओर अग्रसर किया जाए।