भरत शर्मा की रिपोर्ट
रतलाम/25 सितंबर शहर में सांड के हमले से फिर एक की मौत हो गई है। जिम्मेदार नगर निगम लापरवाह बना हुआ है। दो दिन पहले तेजा नगर क्षेत्र में सांड के हमले से माँ बेटे सहित तीन लोग घायल हुए थे, जिसमें से बुधवार सुबह एक व्यक्ति ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मौत की खबर क्षेत्र में फैलते ही मातम छा गया। लोगों में जिम्मेदार नगर निगम के प्रति गहरा आक्रोश है।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व शहर के तेजा नगर में एक मां-बेटे सहित तीन लोगो को सांड ने घायल कर दिया था। जिसमें से एक युवक राजेश गुगलिया (55) ने बुधवार को सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही युवक के परिवार में चीख-पुकार मच गई। मृतक राजेश बुजुर्ग माता-पिता का एकलौता सहारा था। इनकी शादी नहीं हुई थी। कॉलोनी में मातम छाया हुआ है। लोगो में निगम प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है।
नगर निगम के खिलाफ आक्रोश
तेजा नगर निवासी शैलेंद्र मंडोत ने बताया कि राजा भाई की मौत से रहवासियों में काफी आक्रोश है। निगम प्रशासन को जगाने के लिए रहवासियों ने संत रविदास चौराहे पर शव रखकर चक्काजाम किया। आवारा पशुओं की वजह से यहां आए दिन छोटे-बड़े हादसे हो रहे है। इन हादसों में कई लोग चोटिल भी हो चुके है। नगर निगम केवल दिखावे की खाना पूर्ति करता है।
रहवासियों का कहना है आए दिन आवारा मवेशियों को घायल कर रहे है। निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके है। इसके बावजूद जिम्मेदार की ओर से ठोस कदम नही उठाए जा रहे है। आवारा मवेशियों का शहर में स्वच्छंद विचरण बेहद ही खतरनाक साबित हो रहा है। हमले सांड करते हैं और गायों को पकड़ कर ले जाया जाता है।