सूरजपुर। ओड़गी विकासखंड के लांजीत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ताला जड़े रहने के कारण प्रसूता को अस्पताल परिसर में ही कार के अंदर बच्चे को जन्म देना पड़ा। सुबह हुई इस घटना ने ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर लापरवाही को उजागर कर दिया। मामले के सामने आते ही महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं भटगांव विधायक श्रीमती लक्ष्मी रजवाड़े ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई का स्पष्ट संदेश देते हुए तत्काल जांच के निर्देश जारी किए।
मंत्री रजवाड़े ने घटना को “मातृशक्ति के सम्मान पर सीधी चोट” बताते हुए कहा—
“लांजीत उप-स्वास्थ्य केंद्र में उपचार न मिलने की शिकायत अत्यंत गंभीर है। यदि आरोप सत्य पाए जाते हैं तो जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। मेरे क्षेत्र में किसी भी मां की पीड़ा अनदेखी नहीं की जाएगी—यह मेरा संकल्प है।”
घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को त्वरित जांच का निर्देश दिया और प्रभावित परिवार के लिए आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने की पहल की। ग्रामीणों ने मंत्री की संवेदनशीलता और त्वरित हस्तक्षेप की सराहना की है। उनका कहना है कि मंत्री की सख्त चेतावनी से स्वास्थ्य अमले में हड़कंप मचा है और अब स्थायी सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
मंत्री रजवाड़े की सक्रियता ने साफ संदेश दे दिया है कि लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घटना भले ही दर्दनाक हो, लेकिन इसके बाद उठाए जा रहे कदम ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र में सुधार की नई आशा जगा रहे हैं।
