भरत शर्मा की रिपोर्टर
रतलाम,04 अक्टूबर जिले की ताल पुलिस द्वारा चार आरोपियों से बरामद की गई करोडो रुपए की एमडी ड्रग्स रतलाम में किसी व्यक्ति से खरीदी गई थी और इसे मुंबई ले जाया जाना था। पकडे गए चारों आरोपी ड्रग के कोरियर थे,जिन्हे एमडी खरीदने के लिए मुंबई के किसी व्यक्ति ने 27 लाख रु. दिए थे।
उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने पुलिस कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेस वार्ता में दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा और आलोट की एसडीओपी शाबेरा अंसारी भी प्रेस वार्ता में मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि जिले की ताल पुलिस ने गुरुवार को मुबई निवासी मोहम्मद नदीम पिता मोहम्मद आरिफ शेख,उसकी पत्नी सबा उर्फ फकरुन्निसा,सुल्तान एहमद और सलमान मोहम्मद नामक चार व्यक्तियों को पकड कर उनके कब्जे से करीब तीन करोड रु. मूल्य की तीन किलो एमडीएम ड्रग और 1 किलो 898 ग्राम डोडाचूरा बरामद किया था। इनसे हुई प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उक्त चारों को कोरियर के रुप में इस्तेमाल किया जा रहा था। मुंबई के किसी व्यक्ति ने इन्हे 27 लाख रु. दिए थे और ये चारो लोग ट्रेन से रतलाम आए थे। इन्होने रतलाम में आकर किसी व्यक्ति से तीन किलो एमडीएमए ड्रग खरीदा था। पूछताछ में यह भी पता चला कि आरोपियों का मुखिया मोहम्मद नदीम मुंबई में जूते चप्पल की दुकान लगाता है।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि ड्रग्स खरीदने के लिए रुपए देने वाले मुंबई के व्यक्ति और रतलाम में ड्रग बेचने वाले व्यक्ति का पता लगाने के लिए आरोपियों से गहन पूछताछ की जाना है,इसके लिए पुलिस ने न्यायालय से आरोपियों का रिमाण्ड मांगा है। एसपी अमित कुमार के मुताबिक इससे पहले तक एमडी जैसे आधुनिक ड्रग्स मुंबई से रतलाम लाए जाते थे,लेकिन ये संभवत: पहला मौका है,जब रतलाम से ड्रग्स मुबई भेजा जा रहा था। यह चौंकाने वाली बात है। इस बात की पूरी संभावना है कि रतलाम या इसके आसपास कहीं एमडीएमए बनाया जा रहा हो,और देश के अन्य भागों में इसकी सप्लाय की जा रही हो।
इतना ही नहीं ड्रग तस्करों ने अपने तौर तरीको में भी काफी बदलाव किया है। ड्रग तस्करों का मानना है कि आमतौर पर किसी महिला के साथ होने पर संदिग्ध व्यक्ति पर कम ध्यान दिया जाता है और यदि कोई व्यक्ति पूरे परिवार के साथ हो तो उसकी जांच पडताल में शिथिलता बरती जाती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आरोपी नदीम अपने साथ न सिर्फ अपनी पत्नी सबा उर्फ फकरुन्निसा को लेकर आया था,बल्कि अपने दो नन्हे बच्चे भी साथ लेकर आया था।
आरोपियों से पूछताछ के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि उन्होने ड्रग्स रतलाम में किस व्यक्ति से खरीदी थी और मुंबई में अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिए गए 27 लाख रु. का भुगतान रतलाम में किया गया था या नहीं? यह भी पुलिस की जांच का विषय है कि असल में ड्रग्स का सौदा कितने रुपए में हुआ था और इसका भुगतान कैसे और किसने किया था? एसपी अमित कुमार के मुताबिक पूरे संभाग में मादक पदार्थों की इतनी बडी मात्रा में जब्ती का संभवत: पहला मौका है। इससे पहले एक बार इन्दौर में इससे अधिक मात्रा में एमडीएमए बरामद किया गया था।
भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद करने में निरी पतिराम डावरे थाना प्रभारी थाना ताल,उनि दिनेश राठौड़ चोकी प्रभारी खारवाकला, सउनि आर सी भम्भोरिया, सउनि मदन सिंह डोडिया , प्रआर 750 कमल सिंह, आर 1033 विश्वेन्द्र , आर 997 सोहन परिहार , आर 1158 देवेन्द्र कायस्थ, आर 1147 प्रिया ठाकुर, आर. राहुल पाटीदार, आर. ईश्वर धाकड़ , आर. विश्वेन्द्र, आरर. हरिशंकर, सैनिक नेपाल सिंह एवं सायबर सेल रतलाम के प्र.आर. मनमोहन शर्मा, प्र.आर. लक्ष्मीनारायण सुर्यवंशी, प्र.आर. हिम्मतसिंह, आर. विपुल भावसार, आर. मयंक व्यास का सराहनीय योगदान रहा है। पुलिस की इस बडी सफलता पर एसपी अमित कुमार ने मादक पदार्थ बरामद करने वाली पुलिस टीम को दस हजार रु. के नगद पुरस्कार की घोषणा भी की है।