बिलासपुर। बिलासपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। चिल्हाटी स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में दो दिन पहले स्कूल के प्राचार्य मनोज कुमार चंद्राकर (40) की खून से सनी लाश उनके घर में मिली थी। जांच में पता चला कि प्राचार्य की हत्या उनके नए दोस्त ने की, जिसकी पहचान वारदात से मात्र तीन दिन पहले हुई थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दोस्ती से हत्या तक का सफर
प्राचार्य मनोज चंद्राकर, जो जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा विकासखंड के डोंगरी स्कूल में प्रभारी प्राचार्य थे, 23 दिसंबर को बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर 24 वर्षीय हरीश कुमार पैकरा से मिले थे। उनकी दोस्ती तेजी से बढ़ी और 24 दिसंबर को मनोज ने हरीश को अपने घर पार्टी के लिए बुलाया।
पार्टी के बाद हुआ अप्राकृतिक कृत्य
दोनों ने पार्टी में चिकन खाया और शराब पी। नशे की हालत में प्राचार्य ने हरीश के साथ अप्राकृतिक कृत्य किया, जिससे नाराज होकर हरीश ने रसोई में रखा तवा उठाकर प्राचार्य के सिर पर वार किया। वार से प्राचार्य की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद शव को छिपाने की कोशिश
घबराए हरीश ने शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सका। 26 दिसंबर को पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस ने घर की जांच की तो खून से सनी लाश मिली।