सूरजपुर। चांदनी-बिहारपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत नवगई में बुधवार की सुबह ऐसा दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया। राकेश जायसवाल की दो मासूम बेटियाँ—4 वर्षीय पूनम और 3 वर्षीय उर्मिला—झुरहा नाले में डूबकर मौत के शिकार हो गईं। घटना की खबर फैलते ही पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई और माहौल गमगीन हो गया।
जानकारी के मुताबिक, दोनों बहनें रोज की तरह आंगनबाड़ी जाने घर से निकली थीं। रास्ते में नाले किनारे लगे अमरूद के पेड़ पर बच्चे अक्सर खेलने जाया करते थे। बुधवार को भी दोनों वहीं चली गईं। नाले का किनारा बेहद फिसलन भरा था और पानी का बहाव उम्मीद से ज्यादा तेज। अमरूद तोड़ने की कोशिश में दोनों अचानक फिसलकर नाले के गहरे हिस्से में जा गिरीं।
आसपास मदद के लिए कोई नहीं था। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने नाले के पास बच्चियों की चप्पलें और कपड़े पड़े देखे तो अनहोनी की आशंका गहराई। तुरंत खोज शुरू हुई और दोनों को नाले से बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मौके पर पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियों ने दोनों की मौत की पुष्टि कर दी।
गांव में मातम पसरा हुआ है, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों का कहना है कि झुरहा नाला हर बारिश के बाद बेहद गहरा और खतरनाक हो जाता है, लेकिन वहां न सुरक्षा दीवार है, न चेतावनी बोर्ड और न ही बैरिकेडिंग।
ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल सुरक्षा व्यवस्था करने और नाले के किनारे बैरिकेडिंग व चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से किसी और परिवार को न गुजरना पड़े।
