“पानी की मार से त्रस्त चिरमिरी: आज 24 की रिपोर्ट के बाद जागे अफसर, अवैध पम्प हटते ही नलों में लौटी सप्लाई..
अवैध पम्पिंग और गंदे पानी की सप्लाई का खुलासा, नगर निगम और पीएचई टीम ने लिया पानी का सैम्पल; पीलिया फैलने से लोगों में आक्रोश
चिरमिरी।
आज 24 न्यूज़ चैनल की लगातार और सशक्त रिपोर्टिंग का असर अब साफ़ दिखने लगा है। चिरमिरी क्षेत्र के छोटा बाजार सहित कई इलाकों में अवैध पम्प लगाकर पानी की चोरी और गंदे पानी की सप्लाई की खबरें सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आया है।
लगभग 22-23 दिन पहले हुई भारी बारिश के चलते हसदेव नदी में आई बाढ़ के कारण फिल्टर प्लांट में मलबा भर गया था, जिससे हसदेव नदी से पानी की नियमित आपूर्ति बाधित हो गई थी। तब से अब तक पीएचई विभाग केवल वैकल्पिक फिल्टर प्लांट से दो से तीन दिन के अंतराल में किसी तरह पानी की आपूर्ति कर रहा है।
खुली पाइपलाइन बनी गंदगी की वजह:
19 नंबर वार्ड समेत छोटा बाजार के कई हिस्सों में लोग अवैध रूप से नगर निगम की पाइपलाइन में बड़े-बड़े पम्प लगाकर पानी का दोहन कर रहे हैं। इनमें से कुछ तो पेप्सी और पाउच प्लांट चला रहे हैं। पम्प लगाने के फेर में पाइपलाइन को नाली और सड़क के किनारे खुला छोड़ दिया जाता है, जिससे बरसात और नाले का गंदा पानी पाइपलाइन में घुस जाता है। यही पानी लोगों को सप्लाई किया जाता है, जिसे वे शुद्ध समझकर पीते हैं।
रिपोर्टिंग का असर, अधिकारी पहुंचे मैदान में:
आज 24 न्यूज की रिपोर्टिंग के बाद 29 जुलाई को सुबह 11 बजे नगर निगम के जल अधिकारियों और पीएचई विभाग की संयुक्त टीम, जिसमें प्रमुख रूप से सत्तार अहमद (बड़ा बाजार), एसडीओ मनमोहन सिंह, श्री चन्द्रा समेत 6-7 कर्मचारी शामिल थे, छोटा बाजार के अंतिम छोर पर स्थित श्री अंजन मुखर्जी के घर पहुंचे और वहां से पानी का सैम्पल लिया। यह पहली बार है जब नगर निगम ने अंतिम छोर से पानी की गुणवत्ता की जांच की है।
पम्प हटते ही चालू हुई सप्लाई:
जैसे ही अधिकारियों का दौरा शुरू हुआ, अवैध पम्प लगाने वाले घबराकर अपने पम्प हटा दिए, और इलाके के नलों में पानी पहुंचना शुरू हो गया। पिछले 15-20 दिनों से साईं चौक और आस-पास के मोहल्लों में एक बूंद पानी नहीं पहुंच रहा था।
बीमारियों की दस्तक, नागरिकों का गुस्सा:
इलाके में पीलिया जैसी गंभीर बीमारी फैल चुकी है। आम नागरिकों ने नगर निगम की टंकी से आ रहे गंदे पानी को ही इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। महापौर, एसडीएम और चिकित्सकों की टीम ने मोहल्लों का दौरा कर बीमार लोगों की जानकारी जुटाई है।
अगर समय रहते अवैध पम्प लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई हुई होती, तो छोटा बाजार के निवासियों को इस त्रासदी का सामना नहीं करना पड़ता। आज 24 न्यूज़ की पहल से न केवल यह सच्चाई सामने आई, बल्कि जनता को कुछ राहत भी मिली।