भरत शर्मा की रिपोर्ट
रतलाम। थावरिया बाजार स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर पर दो दिवसीय रथ यात्रा का उत्सव मनाया गया। भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव समिति द्वारा शुक्रवार दोपहर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गई। यात्रा में भगवान जगन्नाथ के साथ भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के विग्रह भी शामिल किए।
बैंडबाजों, ढोल ढमाकों के साथ निकली यात्रा में घोड़े, बग्गी, ऊंट के साथ भक्तगण भगवान के रथ को खींचते हुए चल रहे थे। कलाकार कृष्ण भक्ति में धिरकते हुए आकर्षण का केंद्र रहे।
समिति संस्थापक मुन्नालाल शर्मा और अध्यक्ष मंगल लोढ़ा व गोपाल शर्मा ने बताया पिछले 30 वर्षों से समिति द्वारा यह रथयात्रा निकाली जा रही है। रथ यात्रा के पूर्व सुबह 9 बजे भगवान जगन्नाथ का सहस्रधारा अभिषेक और श्रृंगार किया। दोपहर 2-30 बजे रथ यात्रा प्रारंभ हुई।
इन मार्गों से होकर निकली यात्रा
रथयात्रा जगदीश मंदिर थावरिया बाजार से प्रारंभहोकर सूरजपोर, महलवाड़ा, पैलेस रोड, डालूमोदी बाजार, नाहरपुरा, रानीजी का मंदिर, गणेश देवरी, बजाज खाना, तोपखाना, चांदनी चौक, चौमुखी पुल, घास बाजार, कलईगर रोड, सेठजी का बाजार, कसारी दरवाजा, बिचला वास और मेहताजी का वास होते हुए देर शाम पुनः मंदिर प्रांगण पहुंची। यात्रा के समापन पर महाआरती के बाद महाप्रसादी का वितरण किया
राधा-कृष्ण की मंडली रही आकर्षण का केंद्र
भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा समिति द्वारा निकाली गई रथयात्रा में इंदौर से आई राधा-कृष्ण की मंडली आकर्षक का केंद्र रही। राधा-कृष्ण का रूप धारण कर कलाकारों ने शानदार नृत्य की प्रस्तुतियां दीं।