बलरामपुर। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में हर बच्चा पढ़ाई करने के उद्देश्य से ही जाता है, लेकिन अगर किताब-कॉपी की जगह नन्हे-मुन्ने बच्चों को खाना बनाने के काम में लगा दिया जाएगा तो उनकी पढ़ाई पर क्या असर पड़ेगा, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला प्रदेश के बलरामपुर जिले से सामने आया है। जहां एक सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाई कराने की बजाय उन्हें मिड-डे-मील बनाने का काम कराया जा रहा है।
