पोषण ट्रेकर ऐप ने कार्यकर्ताओं के वेतन पर डाला डाका,तकनीकी समस्याओं को जानने के बावजूद विभागीय अधिकारी कर रहे कार्यकताओं के मानदेय में कटौती,ज्ञापन सौंप संघ ने निराकरण का किया मांग

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जशपुर : पोषण ट्रैकर एप आंगनबाड़ी कार्यकताओं और सहायिकाओं के लिए सरदर्द बनते जा रहा है,इसमें तकनीकी कमी के कारण बिना कारण कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का वेतन कटौती विभागीय अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है जबकि खुद अधिकारी कर्मचारी तकनीकी खराबी के सम्बन्ध में विस्तार से जान रहे है बावजूद कार्यकताओं को प्रताड़ित करने अनोखा षड्यंत्र उनके द्वारा रचा जा रहा है जिस संबन्ध में कलेक्टर जशपुर को ज्ञापन सौंप समस्या का निराकरण करने मांग किया गया है।

ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ पंजी. 409 की जिलाध्यक्ष श्रीमती कविता यादव के नेतृत्व में कलेक्टर जशपुर को ज्ञापन सौंपा गया है।जिसमें पोषण ट्रैकर एप में आ रही समस्याओं के संबंध में विस्तार से बताया गया है। आवेदन में उल्लेख है कि टी.एच.आर.वितरण के विभागीय वर्तमान व्यवस्था के अनुसार नया वर्जन के अनुसार किया जाना है.हितग्राही का आधार लेना है मोबाईल से ओटीपी लेना है ओटीपी लोड करने के बाद ही टीएचआर प्रदान किया जाना है इसमे कई ब्यवहारिक समस्या आ रही है जिसमें प्रमुख रूप से हर माह एक ही आदमी टीएचआर लेने आ सकता है। घर का दुसरा सदस्य कोई सदस्य नही आ सकता है।कई हितग्राही ओटीपी बताने से मना करते है.इससे हित ग्राही कम होंगे।कुछ ऐसे भी हितग्राही है जिनके पास या तो मोबाईल नही होता या फिर उनके घर मे एक ही मोबाईल होता है जिसे उनके पति या बच्चे ले जाते है.ऐसी स्थिति मे टीएचआर वितरण प्रभावित हो रहा है।कई स्थानो मे सर्वर/नेट समस्या रहती है मोबाईल ठीक से नही चलता जिसके कारण भी टीएचआर वितरण प्रभावित हो रहा है।कार्यकर्ताओ को जो मोबाईल प्रदान किया गया है उसमे यह कार्य संभव नही हो पा रहा है इसके लिये कम से 5 जीबी की मोबाइल की आवश्यकता होगी। सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को अभी भी मोबाईल प्राप्त नही हुआ है।आदिवासी वनांचल कुछ क्षेत्र मे विशेष जन जाति पहाड़ी कोरवाओ के पास मोबाईल ही उपलब्ध नही है जिससे मोबाईल योजना से विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधा प्रभावित हो रही है। पोषण ट्रेकर पर एफआरएस फोटो कैपचर से पोषाहार वितरण मे भी कई परेशानी आ रही है मैदानी क्षेत्र मे यह संभव नही है इस दिय इसका वितरण कार्य पूर्व की भांति आफ लाईन कराई जावे।मोबाईल रिचार्ज प्रति माह 500/- स्वीकृत किया जावे।इसी तरह से कई ब्यवहारिक समस्यायें फिल्ड मे आरही है.इन समस्याओ के कारण यदि टीएचआर /पोषणट्रेकर का वितरण सही समय और सही मात्रा मे नही हो पाने के कारण आन लाईन मानदेय कटोती की बात संघ के संज्ञान मे आ रही है।

जिलाध्यक्ष कविता यादव ने आगे बताया कि हम अल्प मानसेवी है और उसु से घर परिवार चलाते है उसमे भी आये दीन छोटी छोटी बात मे मानदेय काटा जाना न्याय संगत नही हैं.इस संबध मे संघ का यह सुझाव है कि टीएचआर वितरण का कार्य किसी अन्य संस्था/एजेसी अथवा जहां से सामान उठाया जाता है उसके माध्यम से हमारी सहयोग से किया जाना उचित प्रतित होता है।

जिलाध्यक्ष कविता यादव के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने शासन प्रशासन से विनम्र आग्रह है कि उक्त ब्यवहारिक समस्या का शीघ्र निराकरण शासन प्रशासन से कराने की कृपा करेगे.ताकि हम बिना मानदेय कटौती और अन्य किसी कार्यवाही के भय से मुक्त होकर विभागीय कार्यो का सम्पादन और अच्छे से कर सके।टीएचआर वितरण कार्य मे मैदानी स्तर मे आ रही ब्यवहारिक समस्या से विभागीय उच्चाधिकारियो को अवगत कराते हुये समस्या का निराकरण कराने मे सहयोग प्रदान करने की कृपा करेगें.साथ समस्या का निराकरण होने तक किसी भी कार्यकर्ता सहायिका के ऊपर कोई दण्डात्मक /मानदेय कटौती की कार्यवाही ना किया जावे।