सूरजपुर/सरगुजा रेंज:
सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक आईपीएस दीपक कुमार झा ने सूरजपुर में आयोजित रेंज स्तरीय समीक्षा बैठक में कानून व्यवस्था को लेकर कड़ा रुख अपनाया। आईजी ने 883 मामलों की समीक्षा करते हुए साफ शब्दों में कहा— जो अपराधी बार-बार अपराध कर रहे हैं, उन पर किसी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी। जमानत पर छूटकर फिर से अपराध करने वालों की जमानत रद्द कराकर जेल भेजें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि हिस्टोरिक क्रिमिनल्स और एनडीपीएस एक्ट से जुड़े अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए, उनकी अवैध संपत्तियां जब्त कर नीलाम की जाएं और वित्तीय जांच तेज़ की जाए ताकि ड्रग नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके।
गंभीर मामलों में गवाहों पर दबाव पड़े तो तुरंत कार्रवाई
आईजी झा ने विवेचकों को निर्देश दिया कि जांच में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा— फिजिकल एविडेंस की फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग जरूरी है, ताकि कोर्ट में साक्ष्य मजबूत रहें। साथ ही उन्होंने पीड़ितों और गवाहों से लगातार संपर्क बनाए रखने, महिला एवं बाल अपराधों के चालान समय पर पेश करने और यदि पीड़िता बयान से पलटे तो बीएनएसएस की धारा 307 के तहत सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया।
‘दोषमुक्ति की लीक बंद करें’ – आईजी की दो टूक
एनडीपीएस, आबकारी और सड़क दुर्घटना जैसे मामलों में लगातार दोषमुक्ति पर आईजी ने नाराजगी जताई और कहा कि जांच की गुणवत्ता सुधारना अब प्राथमिकता है। अपराध पर ब्रेक न लगा, तो पुलिस की साख पर सवाल उठेंगे — और यह बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने साफ कहा कि कानून का डर ही समाज की सुरक्षा का आधार है और यह डर अपराधियों के मन में हर हाल में बना रहना चाहिए।
बैठक में ये रहे शामिल
बैठक में डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर, एसएसपी सरगुजा राजेश अग्रवाल, एसपी कोरिया रवि कुर्रे, एसपी एमसीबी रत्ना सिंह, एएसपी बलरामपुर विश्वदीपक त्रिपाठी, एसडीओपी पत्थलगांव डॉ. ध्रुवेश जायसवाल सहित सभी जिलों के अभियोजन अधिकारी उपस्थित रहे।
