मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के तहत 3.77 लाख किसानों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक से 810 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की.
मध्य प्रदेश के सोयाबीन किसानों के लिए रविवार राहत और खुशी लेकर आया. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रतलाम जिले के जावरा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के तहत 3.77 लाख किसानों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक से 810 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की. यह भुगतान सोयाबीन के बाजार भाव और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के अंतर की भरपाई के लिए किया गया है, जिससे किसानों को गिरते दामों के असर से बचाया जा सके.
पंजीकरण वाले किसानों को मिला भावांतर का लाभ
भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत उन्हीं किसानों को लाभ दिया गया है, जिन्होंने योजना में पंजीकरण कराया था. नियमों के अनुसार, जब सोयाबीन का बाजार मूल्य MSP से नीचे चला जाता है, तब राज्य सरकार उस अंतर की भरपाई करती है. भुगतान की गणना MSP, किसानों द्वारा बेचे गए वास्तविक मूल्य और राज्य सरकार द्वारा तय मॉडल रेट के आधार पर की जाती है. यह योजना का दूसरा चरण है. इससे पहले नवंबर में 1.32 लाख किसानों को लगभग 300 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है. ताजा भुगतान से किसानों को रबी फसल की तैयारी और अन्य आवश्यक खर्चों के लिए मजबूत आर्थिक सहारा मिला है.
किसान कल्याण योजना की किस्त का इंतजार
इधर, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना को लेकर प्रदेश के 83 लाख से अधिक किसान अभी अगली किस्त का इंतजार कर रहे हैं. केंद्र सरकार द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त 19 नवंबर को जारी की जा चुकी है, लेकिन राज्य सरकार की 14वीं किस्त की तारीख अभी तय नहीं है. प्रशासनिक स्तर पर चल रही चर्चाओं के मुताबिक, किसानों को इस राशि के लिए फरवरी 2026 तक प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है.

